शत शत प्रणाम है।
भारतीय वीरों को मेरा नमन…..
“देश की आजादी की खातिर अपने प्राणों को दांव पर लगा दिया,
स्वयं से पहले देश है, ये हम सबको दिखा दिया,
ऐसे वीर शहीदों को मेरा शत शत प्रणाम है।
कही वीर थे भगत सिंह, तो कही चंद्र शेखर आजाद थे,
फाँसी पाकर अमर हो गए, ऐसे भारत माँ के लाल थे,
ऐसे वीर शहीदो को मेरा शत शत प्रणाम है।
रानी लक्ष्मी वाई की हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो, झाँसी वाली रानी थी,
ऐसी साहसी वीरांगना को मेरा शत शत प्रणाम है।
सुभाष चंद्र बोस का अंदाज अपना निराला था,
“तुम मुझे खून दो,मै तुम्हें आजादी दूंगा”
ऐसे जोश भरे अंदाज ने,जनता में जोश भर डाला था,
ऐसे वीर महानायक को मेरा शत शत प्रणाम है।
लहर उठी थी आजादी की, परतंत्र रहना न गंवारा था,
अंग्रेजों तुम भारत छोड़ो, गांधी जी का यह नारा था,
ऐसे देश के राष्ट्रनायक को मेरा शत शत प्रणाम है।
ब्रिटिशों ने जब भारत छोड़ा, खुशियां ही खुशियां छा गयी,
देश के वीर सपूतों की कुर्बानी काम है आ गयी।
इन वीर सपूतों को मेरा शत शत प्रणाम है।
भारतीय सेना डटी हुई है, देश की सीमाओं पर,
शान न इसकी जाने देंगे, ऐसा प्रण वो मानकर,
जान चाहे भले ही जाएं इस देश के स्वाभिमान पर,
ऐसी अपनी सेना को मेरा शत शत प्रणाम है।”
By:Dr Swati Gupta