शख़्स दुनियाँ में वो समझो कि खुदा होता है।
गज़ल
2122 1122 1122 22
दीन दुखियों के लिए जो भी खड़ा होता है।
शख़्स दुनियाँ में वो समझो कि खुदा होता है।
दर्द लेता है वो औरों के भी यारो बेशक,
जिसनें जीवन में कोई दर्द सहा होता है।
प्यार से हाथ फिरा दे जो मेरी माँ सिर पर,
दर्द कैसा भी हो पल भर में हवा होता है।
दर्द में डूब के जो इश्क किया करते हैं,
ऐसे लोगों के लिए दर्द दवा होता है।
वो कोरोना के कहर से भी सुरक्षित हैं अब,
जिनको कोविड का वैक्सीन लगा होता है।
प्यार में दर्द भी कुछ और तरह का पाया,
रहते बेचैन कहाँ है न पता होता हैं।
प्यार के रूप कई हैं ये समझ लो प्रेमी,
प्यार में दर्द भी होता है मज़ा होता है।
……..✍️ प्रेमी