शक्ति शील सौंदर्य से, मन हरते श्री राम।
शक्ति शील सौंदर्य से, मन हरते श्री राम।
करुणा निष्ठा त्याग से, मर्यादित कर काम।।
सीख राम जीवन भरे, सीखो बनो महान।
बोलो जय श्री राम की, मिलता दर्द निदान।।
आर. एस. ‘प्रीतम’
शक्ति शील सौंदर्य से, मन हरते श्री राम।
करुणा निष्ठा त्याग से, मर्यादित कर काम।।
सीख राम जीवन भरे, सीखो बनो महान।
बोलो जय श्री राम की, मिलता दर्द निदान।।
आर. एस. ‘प्रीतम’