Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

*शक्ति आराधना*

शक्ति आराधना
व्रत हुए प्रारंभ,
संकल्प लिए प्रचंड।

निर्जला निराहार,
नौ दिन अखंड ।

देह को तपा कर,
मन हुआ संतुष्ट।

आत्मा की धूल,
ना इससे हुई दूर।

आओ मां के चरणों में,
स्वयं को चढ़ा दें।

क्रोध करें समर्पित,
लोभ करें भस्म।

ईर्ष्या को कर अर्पण
निर्मल कर लें मन।

तभी व्रत होगा संपन्न
तभी मां होंगी प्रसन्न।।

आभा पाण्डेय

Language: Hindi
86 Views

You may also like these posts

जिस क्षण का
जिस क्षण का
Chitra Bisht
नील नभ पर उड़ रहे पंछी बहुत सुन्दर।
नील नभ पर उड़ रहे पंछी बहुत सुन्दर।
surenderpal vaidya
सपनों का पर्दा जब जब उठा
सपनों का पर्दा जब जब उठा
goutam shaw
मुक्ताहरा सवैया
मुक्ताहरा सवैया
Kamini Mishra
दिल हमारा गुनहगार नही है
दिल हमारा गुनहगार नही है
Harinarayan Tanha
देशभक्ति
देशभक्ति
Dr Archana Gupta
!! प्रार्थना !!
!! प्रार्थना !!
Chunnu Lal Gupta
सारे निशां मिटा देते हैं।
सारे निशां मिटा देते हैं।
Taj Mohammad
मानव हो मानवता धरो
मानव हो मानवता धरो
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
सरोकार
सरोकार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
किसी तरह की ग़ुलामी का ताल्लुक़ न जोड़ इस दुनिया से,
किसी तरह की ग़ुलामी का ताल्लुक़ न जोड़ इस दुनिया से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ए कानून की कद्र करने वाली मल्लिका
ए कानून की कद्र करने वाली मल्लिका
Krishan Singh
मिट्टी के दिए जलाएं
मिट्टी के दिए जलाएं
अनिल कुमार निश्छल
कर्म ही आड़े आएगा
कर्म ही आड़े आएगा
संतोष बरमैया जय
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
gurudeenverma198
पिता
पिता
Neeraj Agarwal
मन
मन
पूर्वार्थ
रस्ता मिला न मंज़िल रहबर की रहबरी में
रस्ता मिला न मंज़िल रहबर की रहबरी में
Khalid Nadeem Budauni
बहुत दिनों के बाद मिले हैं हम दोनों
बहुत दिनों के बाद मिले हैं हम दोनों
Shweta Soni
प्यार की गहराई इतनी की,
प्यार की गहराई इतनी की,
श्याम सांवरा
हौसला क़ायम रखना
हौसला क़ायम रखना
Shekhar Chandra Mitra
ख़ुद में भी
ख़ुद में भी
Dr fauzia Naseem shad
कटलो से ना कटे जीनिगी
कटलो से ना कटे जीनिगी
आकाश महेशपुरी
■ हुडक्चुल्लू ..
■ हुडक्चुल्लू ..
*प्रणय*
प्यार तो हम में और हमारे चारों ओर होना चाहिए।।
प्यार तो हम में और हमारे चारों ओर होना चाहिए।।
शेखर सिंह
3120.*पूर्णिका*
3120.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वृक्ष लगाना भी जरूरी है
वृक्ष लगाना भी जरूरी है
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
गुरू वाणी को ध्यान से ,
गुरू वाणी को ध्यान से ,
sushil sarna
घेरे मे संदेह के, रहता सत्य रमेश
घेरे मे संदेह के, रहता सत्य रमेश
RAMESH SHARMA
" बहाना "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...