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30 May 2021 · 1 min read

वफ़ादार को आजमाना है मुश्किल..!

” वफ़ादार को आजमाना है मुश्किल ”
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122/122/122/122

लगा दाग़ ऐसा मिटाना है मुश्किल,
वफादार को आजमाना है मुश्किल ।

मुझे जिंदगी की समझ आ गयी है,
किसी से यहॉं दिल लगाना है मुश्किल ।

जहाँ देख लो मौत का है नजारा,
तड़पते हुए को बचाना है मुश्किल ।

मुझे तो बता दो कि ग़मगीन क्यों हो,
हुई बात क्या जो बताना है मुश्किल ।

बताओ मुझे “दीप” कैसे हँसें अब,
जहां में जरा मुस्कुराना है मुश्किल ।

दीपक “दीप” श्रीवास्तव

3 Likes · 4 Comments · 251 Views
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