Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Sep 2023 · 1 min read

@व्हाट्सअप/फेसबुक यूँनीवर्सिटी 😊😊

@व्हाट्सअप/फेसबुक यूँनीवर्सिटी 😊😊

1 Like · 137 Views

You may also like these posts

सुहाता बहुत
सुहाता बहुत
surenderpal vaidya
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
Rj Anand Prajapati
आशीष राम का...
आशीष राम का...
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कहां चले गए तुम मुझे अकेला छोड़कर,
कहां चले गए तुम मुझे अकेला छोड़कर,
Jyoti Roshni
रतन टाटा जी की बात थी खास
रतन टाटा जी की बात थी खास
Buddha Prakash
Remembering that winter Night
Remembering that winter Night
Bidyadhar Mantry
*डॉ मनमोहन शुक्ल की आशीष गजल वर्ष 1984*
*डॉ मनमोहन शुक्ल की आशीष गजल वर्ष 1984*
Ravi Prakash
आंखों में तिरी जाना...
आंखों में तिरी जाना...
अरशद रसूल बदायूंनी
पहचान
पहचान
Shweta Soni
नववर्ष
नववर्ष
कुमार अविनाश 'केसर'
..
..
*प्रणय*
ऐ हवा रुक अभी इंतजार बाकी है ।
ऐ हवा रुक अभी इंतजार बाकी है ।
Phool gufran
रखो भावना श्रेष्ठ
रखो भावना श्रेष्ठ
लक्ष्मी सिंह
जरूरी है (घनाक्षरी छंद )
जरूरी है (घनाक्षरी छंद )
guru saxena
“ आओ, प्रार्थना करें “
“ आओ, प्रार्थना करें “
Usha Gupta
शिक्षा
शिक्षा
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
उम्मीदें जब बॅंध जाती है किसी से...
उम्मीदें जब बॅंध जाती है किसी से...
Ajit Kumar "Karn"
4182💐 *पूर्णिका* 💐
4182💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"शीशा और रिश्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
सबको   सम्मान दो ,प्यार  का पैगाम दो ,पारदर्शिता भूलना नहीं
सबको सम्मान दो ,प्यार का पैगाम दो ,पारदर्शिता भूलना नहीं
DrLakshman Jha Parimal
खाने पुराने
खाने पुराने
Sanjay ' शून्य'
हर मुश्किल का हल निकलेगा..!
हर मुश्किल का हल निकलेगा..!
पंकज परिंदा
कवि की लेखनी
कवि की लेखनी
Shyam Sundar Subramanian
हर पिता को अपनी बेटी को,
हर पिता को अपनी बेटी को,
Shutisha Rajput
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी,
Rituraj shivem verma
*तुम अगर साथ होते*
*तुम अगर साथ होते*
Shashi kala vyas
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
Gouri tiwari
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
Jp yathesht
जीवन में चलते तो सभी हैं, मगर कोई मंजिल तक तो कोई शिखर तक ।।
जीवन में चलते तो सभी हैं, मगर कोई मंजिल तक तो कोई शिखर तक ।।
Lokesh Sharma
Loading...