व्यवाहरिक शब्दकोष
हमें फुर्सत है, पूर्वानुमान लगाने की.
पूर्वाग्रह एक दोष है, दुखी रहने को.
हमारे पास वक्त है,पडोस पर नजर.
हम भूल गये, खुद पर निरीक्षण को
विश्वास खुद पर हो,करते दूसरों पर.
सिखना खुद को समझना होता है..
सिखाना दूसरों को अपने जैसा बना.
प्रसाद वो जो सत्य,शील, अहिंसा दे.
ग्राहक वो जो,अपने पसंद को चुन ले.
त्याग वह जो आप पे फालतू हो,दे दे.
धार्मिक वह जो व्यवस्थाओं को माने.
ईश्वरीय वृष्टि वो जो सामुहिक दात्री हो.
निर्लिप्त सामुदायिक स्थान पर वास हो.
पीडित वह ,जो सही हो, फिर भी दमन.
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस