व्यर्थ न जायेगी कुर्बानी व्यर्थ नहीं होगा बलिदान ।
व्यर्थ नहीं होगा बलिदान ।
व्यर्थ न जायेगी कुर्बानी,
व्यर्थ नहीं होगा बलिदान ।
धोखा देकर ले आया तू
मौत बाँटने का सामान
कायरता ही मजहब तेरा
कायरता तेरा ईमान ।
व्यर्थ न जायेगी कुर्बानी,
व्यर्थ नहीं होगा बलिदान ।
ये जैश तुम्हारा छद्म युद्ध
कायरता का काला निशान
अब लाख छिपे जा भाग कहीं
मिट जाएगा नामो निशान
व्यर्थ न जायेगी कुर्बानी
व्यर्थ नहीं होगा बलिदान ।
बच्चा बच्चा भारत माँ का,
कसम उठाता सीना तान
अमिट धरा ये वीर प्रसविनी
अमर हमारे वीर जवान ।
व्यर्थ न जायेगी कुर्बानी,
व्यर्थ नहीं होगा बलिदान ।
वन्दनीय वो अमर जवानी
शत-शत वन्दन अमर जवान
अभिनन्दन उस हर जीवन का
मातृभूमि पर जो कुर्बान ।
व्यर्थ न जायेगी कुर्बानी
व्यर्थ नहीं होगा बलिदान ।
अनुराग दीक्षित