व्यंग
लोग चिथरा भभूतरा पहन कर यदि नए नए आइटम
और सामान के दर्शन करा रहे है और खुद सुंदरता पर गुमान कर रहे है तो हमें देखने में क्या हर्ज है हम देखने
के लिए नजरे गढ़ाए बैठे है आप दिखाइए तो सही
अरे सुधर जाओ वरना जमाना खराब है
✍️ कृष्णकांत गुर्जर