Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2018 · 1 min read

व्यंग्य – पत्नी पीड़ित

. …. व्यंग्य ….

…. पत्नी – पीड़ित ….

पत्नी पीड़ित ऐ ! भद्र जनों ,
मेरी सलाह सुनते जाओ ।
ससुराल से जाकर अपने घर
साली सालों को ले आओ ।।

यदि जीवन सुखद बनाना है
यदि घर में स्वर्ग बसाना है
यदि निज सम्मान बचाना है
यदि पत्नी सुख को पाना है
मेरे प्रियवर हे ! बन्धु सखे
मेरी सलाह को अपनाओ
ससुराल से ..।.।।।.।।…….।।.।

पत्नी यदि कुछ भी कहे तुम्हें
चुपचाप सुनो करवद्ध रहो
अपराध बिना भी दण्ड मिले
स्वीकार करो तुम कुछ न कहो
उनके ही प्रिय अनुचर बनकर
हँसते – हँसते सहते जाओ
ससुराल से जाकर …….।।।। ।

नित सास ससुर के साथ रहो
ससुरालय से जोड़ो नाता
उनको ही पूर्ण समर्पित हो
त्यागो परिवार पिता – माता
अपने प्रियजनों व मित्रों को
धीरे – धीरे तजते जाओ
ससुराल से जाकर ……….।।

घर की रखवाली भी होगी
यदि साथ रहेगा प्रिय साला
गुणगान करो सुन्दरता का
हो रूप – रंग चाहे काला
साली के प्रिय सहचर बनकर
हर्षित हो सँग चलते जाओ
ससुराल से जाकर ………..।।

शशि जो लक्ष्मी का भाई है
भगवान विष्णु का साला है
साला ही समझकर शिव जी ने
मस्तक पर उसे बिठाला है
सदियों की यह परिपाटी है
बस तुम भी दोहराते जाओ
ससुराल से जाकर …।।।।।…..।

डा. उमेश चन्द्र श्रीवास्तव
लखनऊ

Language: Hindi
Tag: गीत
537 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*शब्द*
*शब्द*
Sûrëkhâ Rãthí
शिक्षक
शिक्षक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भगतसिंह
भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो।
मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो।
नेताम आर सी
माँ तेरे चरणों
माँ तेरे चरणों
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💫समय की वेदना😥
💫समय की वेदना😥
SPK Sachin Lodhi
शस्त्र संधान
शस्त्र संधान
Ravi Shukla
😢मौजूदा दौर😢
😢मौजूदा दौर😢
*Author प्रणय प्रभात*
हम साथ साथ चलेंगे
हम साथ साथ चलेंगे
Kavita Chouhan
2122 1212 22/112
2122 1212 22/112
SZUBAIR KHAN KHAN
Suno
Suno
पूर्वार्थ
*मूर्तिकार के अमूर्त भाव जब,
*मूर्तिकार के अमूर्त भाव जब,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
राह कठिन है राम महल की,
राह कठिन है राम महल की,
Satish Srijan
अभी ख़ुद से बाहर
अभी ख़ुद से बाहर
Dr fauzia Naseem shad
जीवन सूत्र (#नेपाली_लघुकथा)
जीवन सूत्र (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मेरे प्यारे भैया
मेरे प्यारे भैया
Samar babu
तेरी सादगी को निहारने का दिल करता हैं ,
तेरी सादगी को निहारने का दिल करता हैं ,
Vishal babu (vishu)
"पता"
Dr. Kishan tandon kranti
कुत्ते / MUSAFIR BAITHA
कुत्ते / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
Pratibha Pandey
पितृ हमारे अदृश्य शुभचिंतक..
पितृ हमारे अदृश्य शुभचिंतक..
Harminder Kaur
छह ऋतु, बारह मास हैं, ग्रीष्म-शरद-बरसात
छह ऋतु, बारह मास हैं, ग्रीष्म-शरद-बरसात
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पग पग पे देने पड़ते
पग पग पे देने पड़ते
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
इश्क समंदर
इश्क समंदर
Neelam Sharma
2654.पूर्णिका
2654.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अपने ख्वाबों से जो जंग हुई
अपने ख्वाबों से जो जंग हुई
VINOD CHAUHAN
*
*"माँ वसुंधरा"*
Shashi kala vyas
*ढोलक (बाल कविता)*
*ढोलक (बाल कविता)*
Ravi Prakash
कब तक कौन रहेगा साथी
कब तक कौन रहेगा साथी
Ramswaroop Dinkar
Loading...