व्यंग्यबाण
बड़े साहब को देखते ही
वे दौड़े-दौड़े आए
काया को कमान बना
तीन सलाम बजाए
साहब बोले बैठ जाइए
बे लेट गए
साहब बोले मैंने बैठने का बोला
आप लेट क्यों गए
मातहत बोला विना सकपकाए
सर मैं तो प्रणाम कर रहा हूं
जब से आप आए हैं
दफ्तर अच्छा चल रहा है
आप के निर्देशन में काम
बहुत अच्छा चल रहा है
सर मुझे मैडम ने बंगले बुलाया है
उनके छोटे डाग जी को बुखार आया है
बास बोले यस यस यू आर वेरी एक्सीलेंट
तुम बंगले जाओ
लौटकर बिल अकाउंट सेक्शन में जमा कराओ