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29 Aug 2024 · 1 min read

बीती यादें

वो सुनाते रहे गुज़िश्ता लम़्हों के किस्से ,
मैं डोलता रहा माज़ी की यादों में जिनसे ,

कुछ खट्टे – मीठे तसव्वुरात , कुछ ग़मगीन लम़्हे ,
कुछ शिक़वे , कुछ अदावतें , कुछ झूठे- सच्चे वादे ,

मसर्रत के वो पल , रूठने- मनाने के वो सिलसिले ,
ज़ेहन के पर्दे पर वो उभरतीं कुछ तस्वीरें, वो मरहले,

सब कुछ वक़्त की ग़र्दिश के
धुंधलके में खो सा गया है, ,

कुछ इस-क़दर पैवस्त यादों को
भुला दिल सो सा गया है।

Language: Hindi
50 Views
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