वो लड़की
निगाह में गज़ब अदा रखती है वो लड़की
गोया के हसीन नशा रखती है वो लड़की
मिरे हर जहर को काट देती फ़क़त बोसे से
सुर्ख लबों पे मीठी दवा रखती है वो लड़की
लबों पे हसीं मुस्कान भी है मारा भी जा रहा
दीद में क्या उम्दा क़ज़ा रखती है वो लड़की
नहीं रखती वो अलग – अलग चेहरे के रब कई
क्ल़ब में सिर्फ़ इश्क ए खुदा रखती है वो लड़की
मुझे देखते हि रंज में गले से लग जाती कस कर
यारों अदबी – अदबी वफ़ा रखती है वो लड़की
बिगाड़ देती है लड़कों की नियत पास से गुजर के
जुल्फ़ में बहकी बहकी फ़ज़ा रखती है वो लड़की
ढक भी रही है ढकना भी नहीं चाहती लब कमर
आए – हाए कातिलाना हया रखती है वो लड़की
मैं जान कर उसके लटों से हो आरिज़ पे आ रहा कुनु
खता पे बाँहों में उम्रकैद की सजा रखती है वो लड़की
@कुनु