वो रिश्ते
वो रिश्ते बड़े ही प्यारे होते है,
जिनमें हक़ तो हो, मगर शक ना हो
जिनमें जज़्बात तो हो, मगर जात ना हो
जिनमें दूरी तो हो, पर फिर भी पास हो
जिनमें एहसास सिर्फ़ अपनेपन का हो।
— सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार
वो रिश्ते बड़े ही प्यारे होते है,
जिनमें हक़ तो हो, मगर शक ना हो
जिनमें जज़्बात तो हो, मगर जात ना हो
जिनमें दूरी तो हो, पर फिर भी पास हो
जिनमें एहसास सिर्फ़ अपनेपन का हो।
— सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार