वो मुझे पास लाना नही चाहता
वो मुझे पास लाना नही चाहता
मैं भी उसको बुलाना नही चाहता
खुद ही आए हंसी तो वही ठीक है
मुस्कुरा के हंसाना नही चाहता
देखने से मेरे दिल को मिलता सुकूं
पास उसके में जाना नही चाहता
रूठ जाने का दिल चाहता है मगर
वो मुझे अब मनाना नही चाहता
दूर जाने की वो सोचता है मगर
दिल उसे दूर जाना नही चाहता
कृष्णकांत गुर्जर धनौरा