वो मुझसे प्यार करती थी
मे उससे प्यार करता था
वो मुझसे प्यार करती थी ,
कभी बिन माँगे सब देती,
कभी इंकार करती थी ll
कभी मुझको मनाती थी,
कभी खुद रूठ जाती थी l
कभी बांहो मे भर करके,
मुझे वो प्यार करती थी ll
वो दिलहीदिल मे रोती थी,
मुझे रोता हँसाती थी
सभी के ताने सुन सुनकर ,
वो घर के काम करती थी
न मेरी दिल रुबा थी वो,
न मेरी वो मुहब्बत थी
वो मूरत थी माँ ममता की
जो मुझसे प्यार करती थी
✍कृष्णकांत गुर्जर