वो भी क्या पल था…
जब किसी ने पहली बार
मुझे, दोस्त होने
का अहसास कराया।
जब किसी ने पहली बार,
मेरी तरफ मदद
का हाथ बढ़ाया॥
जब किसी ने पहली बार
मुझसे, अपना
टीफिन बोतल Share
किया।
जब किसी ने पहली बार
मेरे कंधे पर हाथ
रखते हुए कहा, भाई मै तेरे
साथ हुँ॥
जब किसी ने पहली बार
मुझे दोस्तो के
साथ पिकनिक की खुशी
प्रदान की।
जब किसी ने पहली बार
मुझसे खाने की
चीज अदान की….॥
जब किसी ने पहली बार
मुझे, अपनी आँख मे
आंसू होने का अहसास
करवाया।
जब किसी ने पहली बार
मेरे, आँख के आंसू
को नीचे गिरने से
बचाया॥
जब किसी ने पहली बार
मुझे, दोस्त की
कद्रता का आभास
कराया।
जब किसी ने पहली बार
मुझसे भी अपने
लिए इंतजार करवाया॥
जब किसी ने पहली बार
मुझसे, जिंदगी
भर साथ निभाने का
वादा करवाया।
जब किसी ने पहली बार
मुझे, दोस्ती मे
दूरियो का भी अहसास
कराया॥
जब किसी ने पहली बार
मुझे गले लगाते
हुए, मेरा HAPPY
BIRTHDAY
मनाया।
जब किसी ने पहली बार
मेरे बर्थ पर ही
खुशी से मेरी आँखो को
भराया॥
जब किसी ने पहली बार
मुझे अपने से दूर
करके, खूब तड़पाया।
जब किसी के ऐसे पलो की
यादो ने मुझे,
खूब रूलाया॥
अब ऐसे जानिसार लोग
जिंदगी मे कहाँ
मिलेंगे…?
जो दोस्त को रूलाकर,
उसके आंसू खुद ही
पी जाऐ॥
अब ऐसे बचपन के दोस्त
कहाँ मिलेंगे…?
जो मेरी खुशी के लिए फिर
से बचपन
जिंदा कर पाए॥
आपका अपना
लक्की सिंह चौहान