Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2022 · 1 min read

वो भी क्या दिन थे हम जब गाँव में रहते थे

वो भी क्या दिन थे जब हम गाँव में रहते थे
ना छोटा ना कोई बडा,सब दोस्त रहते थे,
ना ऊच ना कोई नीच ना जाति ना पाति,
राम,सीता, लक्ष्मण कोई भरत बना करते थे,

वो भी क्या दिन थे जब हम गाँव में रहते थे
मम्मी-पापा,चाचा- चाची,दादा- दादी संग
एक घर,एक आंगन,एक चूल्हे का खाते थे,
कहाँ गया वो प्यार जब सब साथ साथ रहते थे,

वो भी क्या दिन थे जब हम गाँव में रहते थे
ना भेद ना कोई भाव था साधनों के आभाव में
अपने खेतों में काम करने वालों को ही तब
हम काका- काकी कहकर बुलाया करते थे,

वो भी क्या दिन थे जब हम गाँव में रहते थे,
बूढे बुजुर्गों का सम्मान था घर घर ये भगवान था
ह्वदय में गहराई थी नहीं किसी का आपमान था
कर बडे-छोटों का आदर मधुर भाव से रहते थे,

वो भी क्या दिन थे जब हम गाँव में रहते थे
पिज़्ज़ा, बर्गर पास्ता और रेस्टोरेंट नहीं थे
माटी का चूल्हा, सौंधी सौंधी ,मक्के की रोटी
देशी नेनू और नून लगा मन से खायॎ करते थे,

वो भी क्या दिन थे जब हम गाँव में रहते थे
एसी-कूलर,लाइट नहीं थी और नहीं थे पंखे
शाम होते ही घर की छत भिगोया करते थे
हम सब मिल कर बेटेंशन चैन से सोया करते थे

अजीत~

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 251 Views

You may also like these posts

2482.पूर्णिका
2482.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
प्यारा भारत देश हमारा
प्यारा भारत देश हमारा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Gratitude Fills My Heart Each Day!
Gratitude Fills My Heart Each Day!
R. H. SRIDEVI
* मन में कोई बात न रखना *
* मन में कोई बात न रखना *
surenderpal vaidya
नारी देह नहीं, देश है
नारी देह नहीं, देश है
Ghanshyam Poddar
■ ये हैं ठेकेदार
■ ये हैं ठेकेदार
*प्रणय*
तुम्हारी याद तो मेरे सिरहाने रखें हैं।
तुम्हारी याद तो मेरे सिरहाने रखें हैं।
Manoj Mahato
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
डॉ. दीपक बवेजा
प्रभु की माया
प्रभु की माया
अवध किशोर 'अवधू'
स्वर्ग सा घर है मेरा
स्वर्ग सा घर है मेरा
Santosh kumar Miri
6. *माता-पिता*
6. *माता-पिता*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
नये साल के नये हिसाब
नये साल के नये हिसाब
Preeti Sharma Aseem
दिल की बात
दिल की बात
Ranjeet kumar patre
शिव
शिव
Dr. Vaishali Verma
*कवि बनूँ या रहूँ गवैया*
*कवि बनूँ या रहूँ गवैया*
Mukta Rashmi
मैं कौन हूं
मैं कौन हूं
Arvina
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती
जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मां बाप के मरने पर पहले बच्चे अनाथ हो जाते थे।
मां बाप के मरने पर पहले बच्चे अनाथ हो जाते थे।
Rj Anand Prajapati
उस बेवफ़ा से क्या कहूं
उस बेवफ़ा से क्या कहूं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"Multi Personality Disorder"
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दिल में तेरी तस्वीर को सजा रखा है -
दिल में तेरी तस्वीर को सजा रखा है -
bharat gehlot
दिन सुखद सुहाने आएंगे...
दिन सुखद सुहाने आएंगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
शाकाहारी बने
शाकाहारी बने
Sanjay ' शून्य'
आई अमावस घर को आई
आई अमावस घर को आई
Suryakant Dwivedi
आगे पीछे का नहीं अगल बगल का
आगे पीछे का नहीं अगल बगल का
Paras Nath Jha
प्रीत हमारी
प्रीत हमारी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
कैसी शिक्षा आज की,
कैसी शिक्षा आज की,
sushil sarna
"वो शब्द क्या"
Dr. Kishan tandon kranti
सोच
सोच
Neeraj Agarwal
Loading...