वो बैड टी पिलाने आ गया -आर के रस्तोगी
सुबह सुबह बैड टी वो हमे पिलाने आ गया
थके सोते यात्रियों को वो जगाने आ गया
हम बैड टी नहीं पीते है अच्छी टी को पीते है
भले ही गाँव वाले हो,अच्छी तरह हम जीते है
बैड टी का ये नया चलन,तुमने क्यों निकाला है ?
अंग्रेज चले गये है उनकी गुलामियत को पाला है
हम दूध पीने वालो को क्यों तुम बैड टी पिलाते हो ?
उन दुष्ट अंग्रेजो की आदत, हमे क्यों सिखाते हो ?
भारत को आगे बढ़ना है,विश्व विजयी अब बनाना है
शान्ति दूत बनकर,तिरंगे को हर जगह अब लहराना है
बैड टी पिलाकर हमे,बैड हमे अब बनाओ न तुम
अंग्रेजो की बैड आदतों को न अपनाओ अब तुम
आर के रस्तोगी
मो 9971006425