Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Feb 2021 · 1 min read

वो बहुत याद आए

वो गली वो चौबारे
वो घर गांव सारे
वो सुकूं देने वाले
दरख्तों के साए
अचानक ही वो
बहुत याद आए ।
वो गांव की बोली
वो मित्रों की टोली
वो निश्छल से रिश्ते
वो गांव के किस्से
सुने और सुनाए
अचानक ही वो
बहुत याद आए ।
वो बहती हुई नहरें
वो फसलों की लहरें
वो अमराई की छांव
वो कुश्ती के दांव
लगे और लगाए
अचानक ही वो
बहुत याद आए ।
वो दादी वो नानी
वो पुरानी कहानी
खिली चांदनी में
सुनते थे ऐसे ही
बैठे बिठाए
अचानक ही वो
बहुत याद आए ।
वो अपने बेगाने
वो पूरे अधूरे
वो सपने सुहाने
दिन वो पुराने
ललचाए लुभाए
अचानक ही वो
बहुत याद आए ।

अशोक सोनी
भिलाई ।

Language: Hindi
2 Likes · 6 Comments · 321 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेवफ़ा इश्क़
बेवफ़ा इश्क़
Madhuyanka Raj
■ खरी-खरी...
■ खरी-खरी...
*प्रणय प्रभात*
राखी प्रेम का बंधन
राखी प्रेम का बंधन
रवि शंकर साह
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 30  न
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 30 न
Shashi kala vyas
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
Rituraj shivem verma
*अजीब आदमी*
*अजीब आदमी*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यूं ही नहीं मिल जाती मंजिल,
यूं ही नहीं मिल जाती मंजिल,
Sunil Maheshwari
माँ सरस्वती
माँ सरस्वती
Mamta Rani
भूख
भूख
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
शायरी
शायरी
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
- फुर्सत -
- फुर्सत -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सौंदर्य मां वसुधा की
सौंदर्य मां वसुधा की
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
धर्म बनाम धर्मान्ध
धर्म बनाम धर्मान्ध
Ramswaroop Dinkar
दिखता नही किसी को
दिखता नही किसी को
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
अभिव्यक्ति
अभिव्यक्ति
Punam Pande
3132.*पूर्णिका*
3132.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फितरत
फितरत
पूनम झा 'प्रथमा'
विचारों में मतभेद
विचारों में मतभेद
Dr fauzia Naseem shad
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
gurudeenverma198
आंसू ना बहने दो
आंसू ना बहने दो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दोस्तों के साथ धोखेबाजी करके
दोस्तों के साथ धोखेबाजी करके
ruby kumari
"रूढ़िवादिता की सोच"
Dr Meenu Poonia
जिंदगी का कागज...
जिंदगी का कागज...
Madhuri mahakash
*वधू (बाल कविता)*
*वधू (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मोहब्बत
मोहब्बत
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सन् २०२३ में,जो घटनाएं पहली बार हुईं
सन् २०२३ में,जो घटनाएं पहली बार हुईं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आप जितने सकारात्मक सोचेंगे,
आप जितने सकारात्मक सोचेंगे,
Sidhartha Mishra
मैं इंकलाब यहाँ पर ला दूँगा
मैं इंकलाब यहाँ पर ला दूँगा
Dr. Man Mohan Krishna
चूड़ियाँ
चूड़ियाँ
लक्ष्मी सिंह
Loading...