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30 Jan 2024 · 1 min read

*वो नीला सितारा* ( 14 of 25 )

वो नीला सितारा

नहीं छोडती , कोशिश बिखर क़र ,
लहरों से सीखो ,ज़रा ये हुनर …

बेफिक्र था , माझी दरिया के बीच ,
ना चिंता घर , ना जुनू की डगर …

राहें चुनी , कारवाओं से हट कर,
होगा यकीनन , दगा का असर …

ख्वाबों की , रूहें भटकती तो होंगी ,
मझधार में ,जो – जो ड़ूबा शहर …

उसकी खुशी था , वो नीला सितारा ,
सुबह खो गया , वो भी मगर …

था बेहद जरूरी , विचारों का मनथन
अमृत में ही , मिल गया था ज़हर….

– क्षमा ऊर्मिला

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