वो नारी कहलाती है
बेटी,बहू कभी मां बनकर आती है,
हर एक सुख दुख सहन कर जाती है,
कभी संत टेरेसा कभी झासी की रानी बन जाती है,
तब जाकर वो नारी कहलाती है।।
©अनुराग_अंजान
बेटी,बहू कभी मां बनकर आती है,
हर एक सुख दुख सहन कर जाती है,
कभी संत टेरेसा कभी झासी की रानी बन जाती है,
तब जाकर वो नारी कहलाती है।।
©अनुराग_अंजान