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13 Aug 2021 · 2 min read

वो दिल में उतर गई थी

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Song (1) ☛ वो दिल में उतर गई थी
━━━━━ • ஜ • ❈ • ஜ • ━━━━━

वो दिल में मेरे उतर गई थी
मैं तेरा जो हो गया था..
वो लफ़्ज़ो से कुछ कही थी
मैं ख़ामोश हो गया था..
वो रात ही न कट रही थी
दिल बेचैन सा हो उठा था..
तू छोड़ जब हमे गई थी
ख़ंजर दिल पे चल गया था..

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वो फूल भी मुरझा जाते है जिसे सींचा न जायें
वादा तोड़ जाये कोई तो प्यार बोलो कैसे निभाये।
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अब क्या-क्या बताए…हा क्या-क्या बताए…
अब क्या-क्या बताए हाल-ए-दिल का
अब क्या-क्या बताए…हा क्या-क्या बताए…
अब क्या-क्या बताए दर्द-ए-दिल का

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भटकाती हैं वो निगाहें , हैं दोष तो सिर्फ निगाहों का
ताउम्र मैं गुजार दूँगा ,मिरे सुकूँ प्रेमयाद की बाहों में
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वो सब कुछ भूल गई थी
मैं यह तो समझ गया था..
वो सिंतमगर नासमझ थी
मैं यही भूलकर गया था..
मौसम भी बदल गई थी
वो प्यार भी बदल गया था..
पल भर में ही ये सब कुछ
क्या से क्या हो गया था..

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इस दिल की बेताबी को क्या समझेंगी वो बेवफ़ा
वफ़ा की बात करते करते वो बेवफ़ाई कर गई थी।
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अब क्या-क्या बताए…हा क्या-क्या बताए…
अब क्या-क्या बताए हाल-ए-दिल का
अब क्या-क्या बताए…हा क्या-क्या बताए…
अब क्या-क्या बताए दर्द-ए-दिल का

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अब वो प्यार भी झुठा-झुठा सा हमे लगता है
वो मोमिन मैं काफ़िर वक्त रूठा-रूठा लगता है।।
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इत्तफ़ाक़न पहली नज़र पड़ी थी
फिर समाँ रंगीन हो गया था..
नज़रो से नज़र मिल गई थी
मैं दीवाना सा हो गया था..
दर्द जुदाई का तौफा दे गई थी
भुलाने में अरसा बीत गया था..
गिला नहीं कोई वो दूर हो गई थी
ख़्वाबो में मिलोगे समझ गया था..

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दिल ने हसरत की सिर्फ तुम्ही को पाने में
अरसा भी कम पड़ जाता है प्यार भुलजाने में..
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याद बड़ा करते है तुमको ये बात तुम्हें बताते ।
न जवाब देते मैसेज का न ही कॉल तुम उठाते ।।
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© प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)
13/अगस्त/2021 fri.

Language: Hindi
Tag: गीत
245 Views
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