वो तुम हो
मेरे दिल में रहने वाली, वो कोई और नहीं तुम हो
मुझे अपना कहने वाली, वो कोई और नहीं तुम ही
मुझे ख़्वाब दिखाने वाली, वो कोई और नहीं तुम हो
मंज़िल से भटकाने वाली, वो कोई और नहीं तुम हो
बीच सफ़र छोड़ने वाली, वो कोई और नहीं तुम हो
मेरा ये दिल तोड़ने वाली, वो कोई और नहीं तुम ही
मेरी जान को लेने वाली, वो कोई और नहीं तुम हो
आजाद को दर्द देने वाली वी कोई और नहीं तुम हीं
– कवि आजाद मंडौरी