वो जो मेरे ख्वाबो ख्यालों में रहने वाली वो जो मुझे अपना जताने वाली
वो जो मेरे ख्वाबो ख्यालों मे रहने वाली,
वो जो मुझे अपना जताने वाली,
आश्ािकी में हद से गुजर जाने वाली ,
मेरे हद्रय में प्रेम की अग्न जलाने वाली ,
मुझको वफा की बात बताने वाली ,
मुझको जमाने से लडने का साहस बताने वाली ,
मुझ पर प्यार जताने वाली,
मुझसे आॅख लडाने वाली ,
वो छोड कर गयी मुझे ऐसे भंवर में मुह मोड गयी डगर में ,
भूल गयी वो वादे अपने भूल गयी वो रस्में ,
कह गयी हमसे मजबूर बहुत हू न है मेरे बस में,
भूल जाओ अब तुम भी हमको न सजेंगे अपने सपने ,
न होगी अपनी बातें न होगा अपना मिलन ,
भूल से भी अब मुझे कभी न करना याद,
हो गये है रास्ते हम दोनो के अलग ,
सफर में अकेला छोड गयी जिसे कहती थी वो हमसफर ,
वो मेरे ख्वाबो ख्यालो में रहने वाली ,
वो जो मुझे अपना जताने वाली,
भरत गेहलोत
जालोर राजस्थान
सम्पर्क सुत्र 7742016184