वो जीत जाता
जिंदगी के इम्तिहान में यूं असफल हो गया।
वो जीत जाता गर हराने वाले अपने न होते।
कहते हैं ख्वाब देखो आसमानी बुलन्दियों के।
वो न टूटके आता गर इतने ऊँचे सपने न होते।
शशि “मंजुलाहृदय”
जिंदगी के इम्तिहान में यूं असफल हो गया।
वो जीत जाता गर हराने वाले अपने न होते।
कहते हैं ख्वाब देखो आसमानी बुलन्दियों के।
वो न टूटके आता गर इतने ऊँचे सपने न होते।
शशि “मंजुलाहृदय”