वो जादूगर है पल में खजाना बना दे
वो जादूगर है पल में खजाना बना दे
नुमाइश ऐसी कि बस दिवाना बना दे
वो बस बातें बना रहा है अच्छी-अच्छी
उससे कहो मेरे धर का खाना बना दे
अमीरी दिखाने को महल बना लिया
ये नही की एकनया दवाखाना बना दे
कमाल ये नही है कमाल की बात है
बेकारों को कमाल ये जमाना बना दे
काले बादल दिख रहे हैं आसमान में
वो फिर बरसात का न बहाना बना दे
फसल , धर , बाढ़ सब का बनता है
तनहा दिल टूटने का हर्जाना बना दे