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3 Sep 2024 · 1 min read

वो गलियाँ मंदर मुझे याद है।

वो गलियाँ मंदर मुझे याद है।
वो रातें वो मंजर मुझे याद है।।
जो हादसे अपनों ने किये यहाँ,
वो चुभता खंजर मुझे याद है।।

— ननकी 03/09/2024

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