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पूर्वार्थ
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1 Dec 2023 · 1 min read
वो कड़वी हक़ीक़त
वो कड़वी हक़ीक़त
जिसकी नहीं तर्जुमानी।
एक ख़्वाब सी रही
बस मेरी ज़िन्दगानी ।।
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