वो एक पेड़ था ……
पंछी को बसेरा देता ,
पंथी को छाया देता,
किसी से पैसा नहीं लेता था,
ऐसा भी एक सेठ था |
वो एक पेड़ था ……..(1)
मिलती है हमको प्राणवायु इससे,
मिलते है हमको फल फूल इससे,
थोड़ा सा पानी,खाद लेकर बढ़ता था,
ऐसा भी कोई अधेढ़ था |
वो एक पेड़ था …….(2)
पत्थर खाकर भी कुछ न कहता,
काटते तो भी चुपचाप सहता,
किसी को तंग नहीं करता था
किसी से न मुठभेढ़ था |
वो एक पेड़ था …….(3)
प्रवीण कुमार सोलंकी
जोधपुर, राजस्थान |