वो अकेला है मालिक यहाँ,
दिल में मेरे ख़ुशी है तो है,
वो मेरी ज़िंदगी है तो है !
–
हर शिकायत उन्हें प्यार में,
अब दिखी जो कमी है तो है !
–
वो अकेला है मालिक यहाँ,
उसकी गर बंदगी है तो हैं !!
–
बात दिल में छुपाई सभी,
आँख में गर नमी है तो है !
–
है जवां दिल मेरा आज भी,
जिन्दा है आशिकी है तो है !
–
इक मुलाकात काफी नहीं,
वो अभी अजनबी है तो !
–
दोस्त में है बुराई तो क्या
मेरी भी दोस्ती है तो है !
—
** आलोक मित्तल **