Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2019 · 1 min read

वोट

वोट

तेरा वोट उन्हें
बैठा देगा
सिंहासन पर
लगा देगा
उनकी गाड़ी पर
लाल बत्ती
वो अपनों को
ठेके दिलवाएंगे
आला अधिकारियों की
कसरत करवाएंगे
लूट-लूट के वतन को खाएंगे
पूरे पाँच साल
बदले में
तुझे क्या मिलेगा
बस एक बोतल शराब
जिसका नशा
मतदान के तुरंत बाद
उतर जाएगा

-विनोद सिल्ला©

Language: Hindi
387 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*
*"राम नाम रूपी नवरत्न माला स्तुति"
Shashi kala vyas
खुद को पागल मान रहा हु
खुद को पागल मान रहा हु
भरत कुमार सोलंकी
कोई तो रोशनी का संदेशा दे,
कोई तो रोशनी का संदेशा दे,
manjula chauhan
दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना
दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना
Dr Archana Gupta
12. *नारी- स्थिति*
12. *नारी- स्थिति*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
यूँ तो समन्दर में कभी गोते लगाया करते थे हम
यूँ तो समन्दर में कभी गोते लगाया करते थे हम
The_dk_poetry
कुंए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है
कुंए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है
शेखर सिंह
* प्यार का जश्न *
* प्यार का जश्न *
surenderpal vaidya
अधूरा ज्ञान
अधूरा ज्ञान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मीनाबाजार
मीनाबाजार
Suraj Mehra
सकारात्मक पुष्टि
सकारात्मक पुष्टि
पूर्वार्थ
*थियोसॉफिकल सोसायटी से मेरा संपर्क*
*थियोसॉफिकल सोसायटी से मेरा संपर्क*
Ravi Prakash
रात के अंँधेरे का सौंदर्य वही बता सकता है जिसमें बहुत सी रात
रात के अंँधेरे का सौंदर्य वही बता सकता है जिसमें बहुत सी रात
Neerja Sharma
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
Phool gufran
तेरे नयनों ने यह क्या जादू किया
तेरे नयनों ने यह क्या जादू किया
gurudeenverma198
मेरे हिस्से सब कम आता है
मेरे हिस्से सब कम आता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
3584.💐 *पूर्णिका* 💐
3584.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
डर लगता है।
डर लगता है।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
एक दिया बुझा करके तुम दूसरा दिया जला बेठे
एक दिया बुझा करके तुम दूसरा दिया जला बेठे
कवि दीपक बवेजा
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
Shweta Soni
साथ था
साथ था
SHAMA PARVEEN
उसके बाद
उसके बाद
हिमांशु Kulshrestha
दिवाली
दिवाली
Ashok deep
" संविधान "
Dr. Kishan tandon kranti
नारी जाति को समर्पित
नारी जाति को समर्पित
Juhi Grover
अयोध्या धाम तुम्हारा तुमको पुकारे
अयोध्या धाम तुम्हारा तुमको पुकारे
Harminder Kaur
गीत - इस विरह की वेदना का
गीत - इस विरह की वेदना का
Sukeshini Budhawne
Loading...