वोट कर!
1222 1222
अगर द़स्तार बदलेगा ।
तभी किरदार बदलेगा।
हमारे ही तो वोटों से,
दरो – दीवार बदलेगा ।
मुखौटा ग़र हटा दोगे,
तभी अय्यार बदलेगा।
समय पहले न जो बदला
सुनो इस बार बदलेगा।
बदल जाएँगे दिन सबके
दिलों का खार बदलेगा।
तुम्हारे वोट से प्यारे
वतन आकार बदलेगा।
किया जो वोट ना तुमने
न हा – हाकार बदलेगा।
तिरा इक वोट सुन ‘नीलम’
सही सरकार बदलेगा।
नीलम शर्मा ✍️
दस्तार-पगड़ी
अग्यार -अनजान