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18 May 2018 · 1 min read

वोटर और नेता .

धरती बरसे .
अम्बर भिजै .
.
हमनै थमनै .
इब कुण समझे .
.
वोटों तक ही.
मंथरा भड़के .
.
फेर तै वोटर .
बंजर दिखे .।।
.
सौ-सौ करोड़ .
उन पर बरसे .
.
घर और घाट .
दोनों उनके .
.
वोटर तो फेर .
भौंकते दिखे .
.
नम्बरदारों के काम है होने .
महेंद्र नै इब कौण पूछे ।।

डॉ महेंद्र

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 475 Views
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