वे हिंदी दिवस मनाएंगे । ( हिंदी दिवस पर शुभकामनाओं सहित)
सरकार ने दे दिया बजट, वे हिंदी दिवस मनाएंगे
तथाकथित साहित्यकार, हिंदी में गुण गाएंगे
बन ठन कर आएंगे नेता, गले में हार डलाएंगे
चापलूस और चाटुकार, फूले नहीं समाएंगे
बड़ी-बड़ी बातें होंगी, कुछ पुरस्कार पा जाएंगे
बचे खुचे लिफाफा लेकर, अपने घर को जाएंगे
कुछ अंग्रेजी को कोसेंगे, कुछ दक्षिण पर भी बोलेंगे
खिसियाहट का कई ठीकरा, पिछली सरकार पर फोड़ेंगे
हिंदी के विकास की फिर, एक नई योजना आएगी
धरती पर तो क्या कहिए, हिंदी स्वर्ग में जाएगी
घंटे दो घंटे में सारा, बजट खर्च हो जाएगा
अगला हिंदी दिवस मनाने, नया बजट फिर आएगा
अंतहीन सिलसिला है ये, आजादी से जारी है
हिंदी देख रही है नाटक, ये कैंसी मारामारी है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी