Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2017 · 1 min read

वे गुज़रे हुए दिन

वे गुजरे हुए दिन
कितने अच्छे लगते है
जो गुजारे दोस्तों के साथ
जो गुजारे परिवार के साथ
कितने अच्छे लगते है
वे गुजरे हुए दिन !!
कोई भी दोस्त—
मिल जाता राहों में
कर लिया करते मन की
बातों ही बातों में—
गुजर जाता पूरा दिन
कितने अच्छे लगते हैं
वे गुजरे हुए दिन !!
मोहल्ला है या परिवार
नहीं था , इनमें कोई भेंद
इस घर उस घर —
खा लिया करते खाना
कितने अच्छे लगते है
वे गुजरे हुए दिन !!
जेब-से रीते- रीते
विश्वास- से भरे – भरे
जेब में होती एक चवन्नी
किसी थड़ी पर,चाय पीते हुए
घंटों बिता लिया करते
कितने अच्छे लगते है
वे गुजरे हुए दिन !!
होली हो या दिवाली
उँगुली पर गिनते दिन
कब आएगें यह दिन
इनके इंतजार में महिनें
गुजार लिया करते थे
कितने अच्छे लगते है
वे गुजर हुए दिन !!
गाँव की सुनसान थायों पर
रात के दूसरे पहर
गुनगुनाते रहते थे
हिन्दी फिल्मों के गाने
कितने अच्छे लगते है
वे गुजरे हुए दिन !!
नहीं थी किसी-से ईर्ष्या
नहीं था किसी-में अहंकार
सुख-दुख के साथी बनकर
रहते थे सब अपना बनकर
कितने अच्छे लगते है
वे गुजरे हुए दिन !!
कितने लम्बे लगते थे
उम्मीद-से भरे हुए दिन
कितने मुश्किल थे, लेकिन
कितने अच्छे लगते है
वे गुजरे हुए दिन !!
————–*————–*————–
लीलाधर मीना

Language: Hindi
557 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मज़दूर दिवस
मज़दूर दिवस
Shekhar Chandra Mitra
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
*वो एक वादा ,जो तूने किया था ,क्या हुआ उसका*
*वो एक वादा ,जो तूने किया था ,क्या हुआ उसका*
sudhir kumar
There is no fun without you
There is no fun without you
VINOD CHAUHAN
*🌸बाजार *🌸
*🌸बाजार *🌸
Mahima shukla
*सर्राफे में चॉंदी के व्यवसाय का बदलता स्वरूप*
*सर्राफे में चॉंदी के व्यवसाय का बदलता स्वरूप*
Ravi Prakash
वास्तव में ज़िंदगी बहुत ही रंगीन है,
वास्तव में ज़िंदगी बहुत ही रंगीन है,
Ajit Kumar "Karn"
बदनाम से
बदनाम से
विजय कुमार नामदेव
एहसास - ए - दोस्ती
एहसास - ए - दोस्ती
Shyam Sundar Subramanian
मोहब्बत ना-समझ होती है समझाना ज़रूरी है
मोहब्बत ना-समझ होती है समझाना ज़रूरी है
Rituraj shivem verma
हार मैं मानू नहीं
हार मैं मानू नहीं
Anamika Tiwari 'annpurna '
Sometimes people  think they fell in love with you because t
Sometimes people think they fell in love with you because t
पूर्वार्थ
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
उदासीनता के शिखर श्रेष्ठ ने, यूँ हीं तो नहीं अपनाया है।
Manisha Manjari
राह मे मुसाफिर तो हजार मिलते है!
राह मे मुसाफिर तो हजार मिलते है!
Bodhisatva kastooriya
..
..
*प्रणय*
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
मेरा विचार ही व्यक्तित्व है..
Jp yathesht
!! यह तो सर गद्दारी है !!
!! यह तो सर गद्दारी है !!
Chunnu Lal Gupta
आजकल की दुनिया जितने वाले हौसला बढ़ाते है लेकिन मैं हारने वा
आजकल की दुनिया जितने वाले हौसला बढ़ाते है लेकिन मैं हारने वा
रुपेश कुमार
सांझ सुहानी मोती गार्डन की
सांझ सुहानी मोती गार्डन की
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सोना बोलो है कहाँ, बोला मुझसे चोर।
सोना बोलो है कहाँ, बोला मुझसे चोर।
आर.एस. 'प्रीतम'
पर्यावरण
पर्यावरण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
गम और खुशी।
गम और खुशी।
Taj Mohammad
4458.*पूर्णिका*
4458.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरे हमनवा ,मेरे रहनुमा ,मुझे रोशनी की मशाल दे ,,
मेरे हमनवा ,मेरे रहनुमा ,मुझे रोशनी की मशाल दे ,,
Neelofar Khan
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
Atul "Krishn"
समय बदलता तो हैं,पर थोड़ी देर से.
समय बदलता तो हैं,पर थोड़ी देर से.
Piyush Goel
" फिरौती "
Dr. Kishan tandon kranti
नसीब की चारदीवारी में कैद,
नसीब की चारदीवारी में कैद,
हिमांशु Kulshrestha
महान लोग साधारण लोग होते हैं ।
महान लोग साधारण लोग होते हैं ।
P S Dhami
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Dr fauzia Naseem shad
Loading...