वेवफा…
क्या तमन्ना थी मेरी और क्या हो गई
जिंदगी जीनी थी और सजा हो गई
न कोई शिकवा न शिकायत लेकिन
वफ़ा की बात थी क्यों वेवफा हो गई
✍️ रमाकान्त पटेल
क्या तमन्ना थी मेरी और क्या हो गई
जिंदगी जीनी थी और सजा हो गई
न कोई शिकवा न शिकायत लेकिन
वफ़ा की बात थी क्यों वेवफा हो गई
✍️ रमाकान्त पटेल