वेदना
तन मन धन निज कर्म का
हो रहा सत्यानाश
कोराना तांडव करे
चहुदिशी होय बिनाश
जात पात सब भूलकर,
साथ चलो सब लोग
मिल कर हम सेवा करे,
दे भूखे को भोग
तन मन धन निज कर्म का
हो रहा सत्यानाश
कोराना तांडव करे
चहुदिशी होय बिनाश
जात पात सब भूलकर,
साथ चलो सब लोग
मिल कर हम सेवा करे,
दे भूखे को भोग