वृक्ष
आधार छंद:-पारिजात
212 212 1222
वृक्ष चारों तरफ लगाना है ।
भूमि को स्वर्ग सा सजाना है।।
वृक्ष को काट भूल मत करना,
जान अपनी अगर बचाना है।।
साँस लेना यहाँ हुआ मुश्किल,
हर गली पुष्प अब खिलाना है।।
मुक्त होना हमें प्रदूषण से,
शुद्ध जलवायु को बनाना है।।
वृक्ष सच्चा सखा हमारा है,
बात ये सत्य मान जाना है।।
सूर्य का ताप बढ़ रहा देखो,
सोच लो अब हरित क्रांति लाना है।।
विश्व में जागरूकता आए,
ज्ञान का दीप भी जलाना है।।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली