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26 May 2018 · 1 min read

वृक्ष धरा पर अनमोल हैं

वृक्ष धरा पर अनमोल हैं,
बिन वृक्ष दुनिया डांवाडोल हैं।
स्वयं धूप में रहकर के ,
हमको छाया देते हैं।
अपनी जड़ी बूटियों से ,
निरोगी काया देते हैं।
आँखों को मिलता हैं सकूं,
देखकर इनकी हरियाली।
कम हो गया वृक्षारोपण,
छाएगी बदली काली।
फल फूल हमको देते हैं,
बदले में न कुछ लेते हैं।
देख स्वार्थ मनुष्य का ,
पेड़ काटकर फिर पेड़ लगाना भूल गया।
एक पेड़ के बदले में तुम,
एक और पेड़ लगाओगे।
चारों ओर हरियाली छाएगी,
धरती को खुशहाल बनाओगे……

Language: Hindi
6 Likes · 1 Comment · 488 Views
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