वीर सपूत देश के
वीर सपूतों बढे चलो ,देश तुम्हारे साथ है
हम सब भी तुमसे ही हैं, चाहें तुम्हारा हाथ हैं।
तुम ही हो सबके नायक, डरो नहीं तूफ़ानों से
दुश्मन कुछ कर न पाये , सर पर तुम्हारे नाथ है।
लक्ष्य पर साधो निशाना, अंत करो आतंक का
आस बहुत हम सब को तुमसे, तुम्हीं हमारे पार्थ हो।
पत्थर भी फूल हो जायें, यही कामना करते हम
माँ भारती के सपूतों , देश भक्ति परमार्थ है।
अमर हुये मर कर भी तुम, अनुपम भागय तुम्हारा है
नमन तुम्हें करते हम सब हैं, किया हमें कृतार्थ है।
जय हिंद, जय हिंद की सेना
सूक्ष्म लता महाजन