Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2023 · 2 min read

वीर शहीदों की कुर्बानी…!!!!

यारों आज फ़िर से याद किया जाए…
क्यों ना वही इतिहास दोहरा दिया जाए।
इतिहास की इमारतें देखते हैं हम…
देखते हैं उनकी उस निशानी को।
फिर क्यों हम लोगों ने भुला दिया…
उन वीर शहीदों की कुर्बानी को।
घर-घर तिरंगे का सम्मान रहे…
हिंदुत्व की पूरी शान रहे।
उन वीरों का यह जो देश है…
मातृभूमि से नहीं हम बढ़कर प्राण देता यह संदेश है।
गोलियों के उनके शरीर पर निशान-
फौजियों का होता है श्रृंगार…
हर रक्षा- बंधन एक बहन को भाई का,
हर करवा चौथ एक पत्नी को अपने चाँद का,
हर त्यौहार पर एक माँ को होता है अपने बेटे का इंतज़ार।
हमारे त्योहारों की रौनक बढ़ाने के लिए…
जिनके पड़ जाते हैं सारे फ़ीके त्यौहार।
वो वीर इस माटी के जन्में हैं…
जिन्होंने कारगिल युद्ध में टाइगर हिल पर फतह पाकर-
कर दी अपनी जाँ निसार।
कुर्बां हुए जो शूरवीर अपने वतन पर…
सज़दे पर रखकर नेता भी झुकाते हैं सर उनके कफन पर।
मेरा सर्वस्व इस माटी को अर्पण है…
वीरों की कुर्बानी का यह आजाद देश दर्पण है।
ऐसा था वह वीर सुखदेव…
प्राण न्यौछावर करने को तत्पर रहता था सदैव।
जन्मा था इस माटी पर वो राजगुरु…
जिसने लाज रखी इस माटी की-
जिसने जीवन के अंतिम क्षण तक बचाए रखे हिंदुत्व की आबरू।
हमारे थे वह खुदीराम बोस…
जिन्होंने उड़ा दिये थे अंग्रेजों के होश।
वीरता की अद्भुत निशानी थे वह वीर भगत सिंह और चंद्रशेखर…
अंग्रेजों पर हुआ था उनका कुछ ऐसा असर-
उनके हौसलें की फैली हुई थी पूरे हिंदुस्तान में खबर।
सरदार उधम सिंह जो थे साहस से परिपूर्ण…
माइकल ओ डायर को विदेश में जाकर गोली मारकर-
शपथ कि जिन्होंने अपनी पूर्ण।
उन वीरों का यह जो देश है…
मातृभूमि से नहीं हैं बढ़कर प्राण देता यह संदेश है।
मिलकर तोड़ी थी जिन्होंने गुलामी की जज़ीर…
अपने हाथ लिखी थी जिन्होंने स्वयं अपनी तकदीर।
उनके हौसलें यूँ बुलंद रहे…
अंग्रेजों के भी मुँह उनके आगे बंद रहे।
आंखों में उनके सुलग रहे थे अंगारे…
दिल में भड़की हुई थी ज्वालाएँ-
कुर्बान हुए जो उनकी थी वो अद्भुत गाथाएं।
उन वीरों की आज़ादी की जल रही है ज्योति अखंड…
फ़ैली हुई है इन फ़िज़ाओं में आज़ादी की सुगंध।
बेशक आज़ादी के लिए उन्होंने थोड़ा ही जिया हो जिंदगी का सफ़र…
लेकिन हमारे दिलों में हमेशा रहेंगे वो वीर अमर।
मातृभूमि पर वो फिदा हो गए…
आज़ादी के लिए हंसते-हंसते अलविदा हो।
जिन्होंने “मातृभूमि प्रेम” का संदेश दिया हम सबको…
आज भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हैं हम उनको…!!!!
-ज्योति खारी

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 474 Views

You may also like these posts

ظلم کی انتہا ہونے دو
ظلم کی انتہا ہونے دو
अरशद रसूल बदायूंनी
अपना अपना सच
अपना अपना सच
Nitin Kulkarni
"किसान का दर्द"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
आओ थोड़ा मुस्करायें हम
आओ थोड़ा मुस्करायें हम
Ritu Asooja
" लोग "
Chunnu Lal Gupta
"गुरु दक्षिणा"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य का बल
सत्य का बल
Rajesh Kumar Kaurav
वाणी
वाणी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
घर छूटा तो बाकी के असबाब भी लेकर क्या करती
घर छूटा तो बाकी के असबाब भी लेकर क्या करती
Shweta Soni
दुखड़े   छुपाकर  आ  गया।
दुखड़े छुपाकर आ गया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
वेदना
वेदना
AJAY AMITABH SUMAN
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Rashmi Sanjay
जल्दी आओ राम सिया रो रही
जल्दी आओ राम सिया रो रही
Baldev Chauhan
कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलें।
कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलें।
निकेश कुमार ठाकुर
3876.💐 *पूर्णिका* 💐
3876.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#विश्व_संस्कृत_दिवस
#विश्व_संस्कृत_दिवस
*प्रणय*
चंद अश'आर ( मुस्कुराता हिज्र )
चंद अश'आर ( मुस्कुराता हिज्र )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
नव वर्ष तुम्हारा स्वागत।
नव वर्ष तुम्हारा स्वागत।
Sushma Singh
बाल दिवस
बाल दिवस " वही शिक्षक कहाता है"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
शब्दों का झंझावत🙏
शब्दों का झंझावत🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मोरल for लाईफ
मोरल for लाईफ
पूर्वार्थ
हर वो दिन खुशी का दिन है
हर वो दिन खुशी का दिन है
shabina. Naaz
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
Anil chobisa
शक करके व्यक्ति अपने वर्तमान की खुशियों को को देता है रिश्तो
शक करके व्यक्ति अपने वर्तमान की खुशियों को को देता है रिश्तो
Rj Anand Prajapati
पुरखों के गांव
पुरखों के गांव
Mohan Pandey
शस्त्र संधान
शस्त्र संधान
Ravi Shukla
भक्ति एक रूप अनेक
भक्ति एक रूप अनेक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहा पंचक. . . . यथार्थ
दोहा पंचक. . . . यथार्थ
sushil sarna
Need Someone to Write My Assignment for Me in the UK? MyAssignmentHelp.co.uk Has You Covered!
Need Someone to Write My Assignment for Me in the UK? MyAssignmentHelp.co.uk Has You Covered!
Ross William
प्रकृति
प्रकृति
MUSKAAN YADAV
Loading...