वीर भाई
हमारी रक्षा की जो कसमें खायीं हैं ,
वो वहाँ सरहद पर खड़ा निभा रहा होगा ।
हम यहाँ गुनगुनाते हैं फिल्मी गाने
वो देश पर मर मिटने के गीत गा रहा होगा ।
हम शहनाई के सपने सजातें हैं ,
वो अपनी शहीदी के सपने सजा रहा होगा ।
वो भी इंतज़ार करता होगा राखी का ,
वो अपनी बहनों का संकल्प निभा रहा होगा ।
निहारिका सिंह