वीणा
भोग स्वर्ग फिर मृत्युलोक की क्रीड़ा मुझसे पूछो,
पाकर सब कुछ खो देने की पीड़ा मुझसे पूछो।
कहाँ छिपी है विकल रागिनी गाने वाली सरगम,
टूटे तारों से ही झंकृत वीणा मुझसे पूछो।
भोग स्वर्ग फिर मृत्युलोक की क्रीड़ा मुझसे पूछो,
पाकर सब कुछ खो देने की पीड़ा मुझसे पूछो।
कहाँ छिपी है विकल रागिनी गाने वाली सरगम,
टूटे तारों से ही झंकृत वीणा मुझसे पूछो।