विष्णुपद छंद
🦚
( विष्णुपद छंद )
************
छोड़ो कहना सर मैडम ये, उच्चारण खलता।
भाई बहना और मान्यवर, सुनकर सुख मिलता।।
अँग्रेजों की ये परिपाटी, अब तो तोड़ो जी ।
अपने सम्बोधन अति प्यारे, उनको जोड़ो जी ।।४
०
राधे…राधे…!
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
***
🌼🌼🌼
(छंद मंजूषा से)