विषय :- काव्य के शब्द चुनाव पर |
जीवन भर चुनाव ही करते |
हर चीजें हम चुनकर लेते ||
दोस्त चुनें , हमसफर चुनें |
जीवन की हर डगर चुनें ||
चुनना है इन्सान की फितरत |
समझ रहे बस सही गलत ||
अपने हित को , चुनने में ,
होता जो मानव में भाव |
उससे बढ़कर देशहितों में ,
सरकारों का करें चुनाव ||
अपने हित से देश बड़ा है |
जिसपर सुदृढ़ समाज खड़ा है ||
जाति प्रथा व फूट वृत्ति ही |
संगठित समाज में रोड़ा है ||
समरसता समाज में लाये |
ऐसी हम सरकार चुनें ||
देश वैभवी शिखर छुये |
ऐसा सब व्यवहार करें |