Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2022 · 1 min read

विश्व कविता दिवस ✍️🌍

विश्व कविता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ✍️🌍

शब्दों का ज्ञान तुम लो,
मनोभावों का ध्यान तुम लो,
फिर अक्षर अक्षर पिरो लेना,
पहले सत्य अनुष्ठान तुम लो ।।

काव्य ईश देन जान तुम लो,
कलम दिशा -प्रदान मान तुम लो,
अंबर अग्नि धरती जल हवा,
हैं कुल मीत पहचान तुम लो।।।

बनो सच्चे कवि सम्मान तुम लो ,
हो अक्षय अभ्यास ठान तुम लो,
मत करना उपहास किसी का,
विद्यार्थी सम विद्या दान तुम लो,

✍️©अरुणा डोगरा शर्मा अरु।

Language: Hindi
215 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aruna Dogra Sharma
View all
You may also like:
जीवन समर्पित करदो.!
जीवन समर्पित करदो.!
Prabhudayal Raniwal
युवा
युवा
Akshay patel
बाकी सब कुछ चंगा बा
बाकी सब कुछ चंगा बा
Shekhar Chandra Mitra
पुनर्जागरण काल
पुनर्जागरण काल
Dr.Pratibha Prakash
श्री राम एक मंत्र है श्री राम आज श्लोक हैं
श्री राम एक मंत्र है श्री राम आज श्लोक हैं
Shankar N aanjna
प्रिये
प्रिये
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जब तक हो तन में प्राण
जब तक हो तन में प्राण
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
छोड़कर जाने वाले क्या जाने,
छोड़कर जाने वाले क्या जाने,
शेखर सिंह
शायर तो नहीं
शायर तो नहीं
Bodhisatva kastooriya
परोपकार
परोपकार
Neeraj Agarwal
चलो रे काका वोट देने
चलो रे काका वोट देने
gurudeenverma198
एक खाली बर्तन,
एक खाली बर्तन,
नेताम आर सी
सपने
सपने
Divya kumari
मार्गदर्शन होना भाग्य की बात है
मार्गदर्शन होना भाग्य की बात है
Harminder Kaur
ग्रन्थ
ग्रन्थ
Satish Srijan
जो जुल्फों के साये में पलते हैं उन्हें राहत नहीं मिलती।
जो जुल्फों के साये में पलते हैं उन्हें राहत नहीं मिलती।
Phool gufran
भर लो नयनों में नीर
भर लो नयनों में नीर
Arti Bhadauria
सफलता
सफलता
Ankita Patel
जिन्दगी में कभी रूकावटों को इतनी भी गुस्ताख़ी न करने देना कि
जिन्दगी में कभी रूकावटों को इतनी भी गुस्ताख़ी न करने देना कि
Sukoon
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
देख लूँ गौर से अपना ये शहर
देख लूँ गौर से अपना ये शहर
Shweta Soni
"आफ़ताब"
Dr. Kishan tandon kranti
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
हौसला
हौसला
डॉ. शिव लहरी
सियासत
सियासत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
3233.*पूर्णिका*
3233.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हक़ीक़त ने
हक़ीक़त ने
Dr fauzia Naseem shad
#हँसी
#हँसी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*चलो आओ करें बच्चों से, कुछ मुस्कान की बातें (हिंदी गजल)*
*चलो आओ करें बच्चों से, कुछ मुस्कान की बातें (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Loading...