Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Nov 2023 · 1 min read

विश्व कप

#दिनांक:-19/11/2023
#शीर्षक:- विश्व कप

छक्के चौको की होगी बरसात,
खूब मारेंगे आज भारतीय,
करेंगे आस्ट्रेलियाई पर आघात ।

लक्ष्य हासिल का ख्वाब,
आज मिलेंगी खुशी अगाध ।

रोहित के शेर आज दहाड़ेंगे ,
घायल शामी विकेट पर विकेट चटकायेंगे ।

कंगारू पर आज शेर गरजेगा,
शर्मा श्रेयस राहुल गिल विराट का बैट बरसेगा ।

जडेजा बुमराह के गेंद उखाड़ फेकेंगे ऑजी को ,
दोनो यादव खूब दिखायेंगे हुनरबाजी को ।

शार्दुल कुलदीप अश्विन और ईशान ,
सिराज पाड्या तो है तूफान ।

होगा क्रिकेट का विश्व मुकुट भारत सिर ताज ,
अब हो चुका समय चल अब कर जीत की ललकार |
(स्वरचित)

प्रतिभा पाण्डेय “प्रति”
चेन्नई

Language: Hindi
3 Likes · 197 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
है धरा पर पाप का हर अभिश्राप बाकी!
Bodhisatva kastooriya
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
"" *वाङमयं तप उच्यते* '"
सुनीलानंद महंत
अभी कैसे हिम्मत हार जाऊं मैं ,
अभी कैसे हिम्मत हार जाऊं मैं ,
शेखर सिंह
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में "धर्मसंस्थापनार्थाय संभवाम
गुमनाम 'बाबा'
जिंदगी छोटी बहुत,घटती हर दिन रोज है
जिंदगी छोटी बहुत,घटती हर दिन रोज है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
" जीत "
Dr. Kishan tandon kranti
4773.*पूर्णिका*
4773.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#मातृभाषा हिंदी #मातृभाषा की दशा और दिशा
#मातृभाषा हिंदी #मातृभाषा की दशा और दिशा
Radheshyam Khatik
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
नेताम आर सी
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
आत्म साध्य विचार
आत्म साध्य विचार
Neeraj Mishra " नीर "
इन झील सी गहरी आंखों ने
इन झील सी गहरी आंखों ने
Indu Singh
खुशी तो आज भी गांव के पुराने घरों में ही मिलती है 🏡
खुशी तो आज भी गांव के पुराने घरों में ही मिलती है 🏡
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
“गर्व करू, घमंड नहि”
“गर्व करू, घमंड नहि”
DrLakshman Jha Parimal
*मरने से क्यों डरते हो तुम, यह तन नश्वर है माया है (राधेश्या
*मरने से क्यों डरते हो तुम, यह तन नश्वर है माया है (राधेश्या
Ravi Prakash
महफ़िल जो आए
महफ़िल जो आए
हिमांशु Kulshrestha
आत्मवंचना
आत्मवंचना
Shyam Sundar Subramanian
एक कुंडलियां छंद-
एक कुंडलियां छंद-
Vijay kumar Pandey
प्रेम - एक लेख
प्रेम - एक लेख
बदनाम बनारसी
Poem
Poem
Prithwiraj kamila
दोहा छंद ! सावन बरसा झूम के ,
दोहा छंद ! सावन बरसा झूम के ,
Neelofar Khan
कोई दवा दुआ नहीं कोई जाम लिया है
कोई दवा दुआ नहीं कोई जाम लिया है
हरवंश हृदय
कसूर किसका
कसूर किसका
Swami Ganganiya
चरित्र अपने आप में इतना वैभवशाली होता है कि उसके सामने अत्यं
चरित्र अपने आप में इतना वैभवशाली होता है कि उसके सामने अत्यं
Sanjay ' शून्य'
Why Doesn't mind listen?
Why Doesn't mind listen?
Bindesh kumar jha
तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं।
तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
बॉर्डर पर जवान खड़ा है।
बॉर्डर पर जवान खड़ा है।
Kuldeep mishra (KD)
हम खुद से प्यार करते हैं
हम खुद से प्यार करते हैं
ruby kumari
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
Basant Bhagawan Roy
Loading...