विश्वास
चौपाई
विश्वास
सुर नर मुनि सब करे विश्वास
उजड़ा तिमिर छाए प्रकाश
करने काज सकल परमार्थ
अवधपुर में जन्मे रघुनाथ ।
त्याग राज पद भय बनवासी
घोर अवध में छाई उदासी
लक्ष्मण लिए चले रघुराई
संग सहचरी सीता माई ।
दुष्ट सकल गिन- गिन के मारे
भक्तों के दुख आप उभारे
जगत के सदा हुए सहाई
निस दिन हरते पीड़ पराई ।
प्रेम विश्वास अति मन उपजा
भरत सम भ्रात न कोई दूजा
ले खड़ाऊं चले सिरु नाई
रुदन करें मन में रघुराई ।
बहुत प्रेम उपजा हनुमाना
भय विश्वास उर अंतर जाना
दास बने सब रीत निभाई
अनल लगाई लंका जारी ।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर (हि० प्र०)