*विश्वामित्र (कुंडलिया)*
विश्वामित्र (कुंडलिया)
आए विश्वामित्र जी, लेने प्रभु श्री राम
बोले दशरथ से मुझे, इनसे ही है काम
इनसे ही है काम, यज्ञ-रक्षा करवाना
सहित लक्ष्मण-वीर, साथ में लेकर जाना
कहते रवि कविराय, असुर सब मार गिराए
धन्य-धन्य रघुवीर, यज्ञ-हित प्रभु तुम आए
रचयिता रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा रामपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल 99976 15451